रेणुका जीमेला स्थल से 3.5 टन सूखे कचरा किया गया एकत्रित

जिला सिरमौर की प्रसिद्ध रेणुका झील के किनारे 11 से 15 नवंबर तक अंतर्राष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेला आयोजित किया गया। एक शताब्दी से प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला यह मेला अब ‘‘ग्रीन रेणुका फेयर’’ के नाम से भी जाना जाने लगा है। इस मेले की विशेषता यह है कि आयोजन के दौरान किसी भी प्रकार के सिंगल-यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाता है।  उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने बताया कि जिला प्रशासन ने इस बार मेले में सफाई पर विशेष ध्यान दिया। दुकानदारों को कचरे की छंटाई पहले से करने पर भी विशेष जोर दिया गया तथा नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की गई और चालान भी किए गए।  यह वर्ष ग्रीन रेणुका जी मेले का दूसरा वर्ष है और इस बार भी इसका आयोजन जिला प्रशासन, वेस्ट वॉरियर्स, और पहाड़ी समाज पर्यावरण कवच के संयुक्त प्रयास से किया गया। मेले के दौरान शॉप-टू-शॉप कचरा संग्रहण और एक विशेष सफाई अभियान का भी आयोजन किया गया । साथ ही, स्थानीय महिला मंडलों, युवक मंडलों, ददाहू कॉलेज के स्वयंसेवकों द्वारा विशेष जागरूकता अभियान चलाये गये, ताकि मेले में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश व्यापक रूप से फैल सके।  22 नवंबर, 2024 को अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी सिरमौर, तहसीलदार ददाहू और रेणुका विकास बोर्ड के सीईओ के द्वारा वेस्ट वॉरियर्स टीम के साथ मेले में एकत्रित 3.5 टन सूखे कचरे से भरे ट्रक को देहरादून में रीसायकल होने के लिए रवाना किया गया।   उसके पश्चात 24 नवम्बर, 2024 को एस डी एम नाहन की अगुवाई में सभी संस्थाओं ने मेला मैदान में एक विशेष सफाई अभियान चलाया।  अभी भी समस्त मेला क्षेत्र की  पूरी तरह साफ सफाई करने के लिए रेणुका विकास बोर्ड के श्रमिक लगातार सफाई के कार्य में लगे हैं।

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