सिरमौर जिला के मुख्यालय नाहन में सीवरेज निर्माण के लिए टेक्नीकल सर्वे शुरू हो गया है. कंसल्टेंसी नाहन शहर की मुख्य सड़कों, अंदरूनी सड़कों, गलियों और घरों का रिकार्ड दर्ज कर रही है. इसके लिए शहर को तीन जोन में बांटा गया है. कंसल्टेंसी एक जोन में सर्वे का कार्य कर चुकी है. बाकि दो अन्य जोन में इसे अंजाम दिया जा रहा है. सर्वे कार्य पूरा होने के बाद कंसल्टेंसी जलशक्ति विभाग को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. फिर ड्राफ्ट तैयार होगा. इसके साथ ही सीवरेज निर्माण को लेकर टेंडर लगाए जाएंगे.
1621 में बसे ऐतिहासिक शहर नाहन में रियासतकाल के समय में पांच हजार की आबादी के लिए बनाई गई सीवरेज का ही अबतक इस्तेमाल किया जा रहा है, जो अब जर्जर हालत में है. कई जगह सीवर खुले में बह रहा है. मौजूदा समय में शहर की आबादी बढ़कर करीब 45 हजार के करीब हो चुकी है. ऐसे में वर्तमान में लोगों को सीवरेज को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. नई सीवरेज योजना समय की मांग थी.
जानकारी के अनुसार करीब 6 वर्ष पहले शहर में सीवरेज लाइन की डीपीआर बनाने का कार्य शुरू हुआ था, लेकिन लंबे समय तक यह लटकी रही. बड़ी बात ये है कि पुरानी सीवरेज में कोई ट्रीटमेंट प्लांट नहीं बनाया गया है. यह योजना पुरानी होने के कारण इसकी मरम्मत भी मुश्किल है. लिहाजा, नई सीवरेज के निर्माण को लेकर अब गतिविधियां तेज हो गई हैं. नई सीवरेज के लिए तीन जगहों पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी प्रस्तावित हैं और सीवरेज के लिए नेटवर्क बिछाया जाना है.
जलशक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता ईं. राजीव महाजन ने बताया कि सीवरेज निर्माण के लिए कंसल्टेंसी ने टेक्नीकल सर्वे शुरू कर दिया है. पीएमयू मंडी इस कार्य को कर रही है. उन्होंने बताया कि जल्द ही कंसल्टेंसी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. नाहन शहर के लिए 144.30 करोड़ रुपए की लागत से सीवरेज योजना का निर्माण किया जाना है. शहर को तीन जोन में बांटा गया है. तीन ट्रीटमेंट प्लांट बनने भी प्रस्तावित हैं. उन्होंने कहा कि नाहन की सीवरेज समस्या लंबे समय से चली आ रही थी, जो जल्द दूर हो जाएगी.