सहायक अभियन्ता, विद्युत उपमंडल नाहन न0-1 ने जानकारी देते हुए बताया कि इस उपमंडल के अंतर्गत आने वाले घरेलू व होटल उपभोक्ता जिन्होंने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है वह विभागीय बिल वितरक के साथ सहयोग कर 31 दिसम्बर से पहले ई-केवाईसी करवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि नाहन शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू हो गया है जिसके लिए सर्वे के साथ मीटर भी लगाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि यदि कोई उपभोक्ता ई-केवाईसी के लिए रह जाता है तो वह आधार काॅपी व बिल लेकर विद्युत उपमंडल कार्यालय रानीताल में आकर ई-केवाईसी करवा सकता है।
विद्युत बोर्ड ने इस दिशा में लोगों से सहयोग का आह्वान किया है. स्मार्ट मीटर के कई फायदे हैं.
स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी की घटनाओं पर रोक लगेगी. यदि कोई मीटर से छेड़छाड़ करता भी है, तो इसका मैसेज सीधे बोर्ड के पास पहुंच जाएगा. दूसरा यदि कोई उपभोक्ता समय पर बिल की अदायगी नहीं करेगा, तो कनेक्शन काटने के लिए बोर्ड कर्मियों को मौके पर जाने से छुटकारा मिलेगा. कार्यालय में कंप्यूटर से एक कमांड देते ही संबंधित उपभोक्ता का बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा.
बोर्ड की मानें तो स्मार्ट मीटर से बिजली ग्रिड की स्थिति का पता चलता है. इससे ग्राहकों को बिजली बिलों पर होने वाले खर्च को कम करने में मदद मिलती है. स्मार्ट मीटर से नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का इस्तेमाल बेहतर तरीके से किया जा सकता है. बिजली बिलिंग में होने वाली गड़बड़ियों से भी छुटकारा मिलेगा. इसके अलावा स्मार्ट मीटर से घर में कितनी बिजली खर्च हुई है, इसकी जानकारी रोजाना मोबाइल पर मिल सकती है.
विद्युत बोर्ड नाहन सर्कल के अधीक्षण अभियंता दर्शन सिंह ठाकुर ने बताया कि नाहन शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए सर्वे कार्य शुरू किया जा चुका है. उन्होंने उपभोक्ताओं से सर्वे में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की अतिरिक्त जानकारी के लिए उपभोक्ता किसी भी कार्य दिवस में सुबह 10:00 से शाम 5:00 बजे तक विद्युत बोर्ड कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं. सभी उपभोक्ताओं के पुराने मीटरों के स्थान पर अब स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं.