नाहन नगर परिषद की अध्यक्ष श्यामा पुंडीर अध्यक्ष रहेंगी या नहीं अब इसका फैसला 4 जनवरी 2025 को होगा। नगर परिषद के 13 पार्षदों में से 7 के अविश्वास प्रस्ताव डी सी सिरमौर को मिल चुके हैं। इसी संदर्भ में एस डी एम नाहन राजीव संख्यान ने 4 जनवरी 2025 को बैठक बुलाई है। जोकि एस डी एम की अध्यक्षता में नगर परिषद सभागार में होगी। इस बैठक को लेकर एस डी एम की ओर से सभी 13 पार्षदों को सुचना प्रेषित कर दी गयी है। भाजपा शासित इस नगर परिषद में भाजपा के ही दो पार्षदों ने अपने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है और कांग्रेस के 5 पार्षदों ने समर्थन किया है। अब निर्णय 4 जनवरी की बैठक में होगा।
नाहन नगर परिषद की अध्यक्ष श्यामा पुंडीर अध्यक्ष रहेंगी या नहीं अब इसका फैसला 4 जनवरी 2025 को होगा। नगर परिषद के 13 पार्षदों में से 7 के अविश्वास प्रस्ताव डी सी सिरमौर को मिल चुके हैं। इसी संदर्भ में एस डी एम नाहन राजीव संख्यान ने 4 जनवरी 2025 को बैठक बुलाई है। जोकि एस डी एम की अध्यक्षता में नगर परिषद सभागार में होगी। इस बैठक को लेकर एस डी एम की ओर से सभी 13 पार्षदों को सुचना प्रेषित कर दी गयी है। भाजपा शासित इस नगर परिषद में भाजपा के ही दो पार्षदों ने अपने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है और कांग्रेस के 5 पार्षदों ने समर्थन किया है। अब निर्णय 4 जनवरी की बैठक में होगा।
नाहन में इस समय चर्चाओं का बाजार गर्म है और इसको लेकर कई चर्चाएं चल हैं। कि क्या भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल इन पार्षदों को वापिस श्यामा पुंडीर के पक्ष में ला पाएंगे या फिर कांग्रेस इन 2 भाजपा पार्षदों के साथ मिलकर सत्ता में आएगी। क्योंकि यह पद एस सी महिला के लिए आरक्षित है तो ऐसे में कांग्रेस अपनी पार्षद श्रुति चौहान को लेकर आगे आ रही है। श्रुति सबसे कम उम्र में पार्षद बनी हैं और कांग्रेस के पास विकल्प मौजूद है। उधर डॉ राजीव बिंदल जोकि राजनैतिक समीकरण बनाने के विशेषज्ञ माने जाते हैं वो क्या रणनीति बनाते हैं यह देखना भी दिलचस्प होने वाला है। भाजपा के 2 रुष्ट पार्षद जोकि दावा कर रहे थेकि उनके पास 2 और पार्षद हैं अभी सामने नहीं आये हैं। ऐसे में यदि बैठक में अविश्वास प्रस्ताव पर मत विभाजन होता है तो कांग्रेस का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। कांग्रेस के पास भी विधायक सोलंकी सहित पूर्व विधायक अजय बहादुर सहित एक बड़ा थिंक टैंक है।
इससे जाहिर होता है वर्ष 2025 नाहन में कुछ न्य जरूर करने जा रहा है और अब सभी की निगाहें 4 जनवरी पर टिकी हैं।
जितेंदर ठाकुर ,एडवोकेट