रसायनमुक्त खेतीयानि प्राकृतिक खेती खेती को लेकर जहां सरकार अनेक प्रयास कर रही है वहीं किसान भी अब इस खेती की ओर बढ़ने लगे हैं। नेचुरल फार्मिंग को लेकर जिला सिरमौर में आत्मा परियोजना में कार्य किया जा रहा है। नाहन क्षेत्र में भेड़ी वाला में एक किसान सोमी नाथ के एक बीघा के खेत में आत्मा परियोजना में ट्रायल आधार पर प्राकृतिक विधि से जिमीकंद मई महीने में लगाया गया था जोकि एक विशेष गजेंद्र किसम है। इस प्रजति का जिमीकंद मात्र छोटे समय में गुणवत्ता पूर्ण फसल देने के लिए जाना जाता है। अब इस किसान ने जिमीकंद निकालना शुरू किया है और अभीतक उनके खेतों से ही लगभग एक लाख का जिमीकंद बिक चूका है। उन्होंने 80 से 100 रुपए के बीच में जिमीकंद विक्रय किया है और अपनी आमदनी बढ़ाई है।
आत्मा परियोजना सिरमौर के परियोजना निदेशक डॉ साहेब सिंह ने बतायाकि प्राकृतिक खेती में किसान का कोई खर्च नहीं आता केवल गोबर ,गौमूत्र प् प्रयोग किया जाता है और बीज व् अन्य सहायक सामग्री आत्मा के तहत प्रदान की जाती है। सोमी नाथ ने इस बार अच्छी आमदनी कमाई है सभी को इस खेती से हुडना चाहिए व् अच्छी गुणवत्तापूर्ण फसल पैदा करके अपनी आय भी बढ़ा सकते हैं।