नाहन के एंग्लो गोरखा युद्ध स्मारक को विकसित किये जाने की जरूरत

खस्ता हाल  में हैं शहर के बीचों बीच  बना युद्ध स्मारक नाहन  शहर अपनी ऐतिहासिक धरोहरों के लिए भी जाना जाता है। आज भी शहर में ब्रिटिश काल ,रियासत  काल  के अनेक भवन ,स्मारक मौजूद हैं। कुछ भवनों में कार्यालय बनाये दिए गए हैं तो कहीं  वो देखरेख के अभाव  में खस्ता हाल  में हैं। ऐसा ही एक ऐतिहासिक स्थल है शहर के मुख्य मार्ग के साथ बना एंग्लो गोरखा युद्ध का युद्ध स्मारक। एंग्लों  गोरखा युद्ध 1814  से 1816  तक लड़ा गया था इस युद्ध में 600  ले लगभग सैनिक मारे गए थे। इस युद्ध में गोरखों ने ब्रिटिश व रियासत की संयुक्त सेना को हरा दिया था और कुछ समय तक उनका यहां राज भी रहा। इस युद्ध में मारे  गए सैनिकों जैसे वुड्रो विल्सन व् उनके साथियों के स्मृति में यह युद्ध स्मारक बनाया गया था। लेकिन देखरेख की कमी के चलते आज यह स्थल खस्ता हाल  में हैं ,कई कब्रें टूटी फूटी हैं ,गंदगी का आलम है। वर्ष में एक बार यहां रंग रोगन कर  दिया जाता है मगर सरंक्षण के नाम पर कुछ नहीं किया गया। पूर्व विधायक डॉ राजीव बिंदल ने इस स्थल के बाहर उसका इतिहास बताने वाले बोर्ड जरूर लगवाए थे लेकिन अब वो भी अधिकांश खराब हो चुके हैं। इस स्थान पर गंदा पानी खड़ा रहता है,कभी कोई वहां रहने लगता है। यानि की कुलमिलाकर  यह स्थान खुद अपनी कहानी बताता नजर आते है। यहां ध्यान देने योग्य बात  हैकि सुचना के इस युग में जब सॉशल मिडिया भी हावी है यदि इस स्थान को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाये तो शहर में पर्यटन भी बढ़ सकता है और हो सकता है। जरूरत हैकि इस स्थान को बेहतर से व्यवस्थित किया जाये इसका सोंदर्यकरण किया जाये ताकि नगर में एक पर्यटक स्थल उभरकर सामने आये। सरिता ठाकुर ,नाहन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *