उत्तर भारत में राष्ट्रपिता का एक मात्र मंदिर पांवटा के अंबोया में  स्थित, होता है 3 दिवसीय मेले का आयोजन

 राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का हिमाचल में मंदिर बना है। करीब 70 साल पुराने इस मंदिर में हर साल बापू के शहादत दिवस, यानि 30 जनवरी से मेला शुरू होता है दरअसल सिरमौर जिले के गिरिपार क्षेत्र में पिछले करीब 7 दशकों से हर साल तीन दिनों तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की याद में मेला लगता है। वही आज पांवटा साहिब के तहसीलदार ऋषभ शर्मा ने गांधी जी के मंदिर में पूजा कर मेले का आगाज शुरू कर दिया है।
वही आज सुबह महात्मा गांधी जी के मंदिर में क्षेत्र के बुद्धिजीवी इकट्ठे हुए और मंदिर में पूजा की लोगों ने बताया कि 30 जनवरी को महात्मा गांधी के शहीदी दिवस पर मेले का आयोजन होता है मेला स्थल के समीप अंबोया में गांधी मंदिर भी हैं, जहां पर लोग नतमस्तक होते हैं। आंजभोज समेत दूरदराज के क्षेत्रों से लोग यह मेला देखने के लिए आते हैं।
पांवटा साहिब-टौरू भैला मार्ग पर अंबोया गांव में लगने वाले इस मेले में राजपुर, टौरू, नघेता, बनौर, शिवा, भरली, भैला, रामनगर, क्लाथा, भंगानी, डांडा, पागर और सुनोग आदि आंजभोज क्षेत्र के 20 गांवों के अलावा पांवटा साहिब उपमंडल और जिला सिरमौर के अलावा पड़ोसी राज्यों से लोग महात्मा गांधी को अपने श्रद्धासुमन अर्पित पहुंचते हैं। तीन दिनों तक चलने वाले इस मेले का समापन एक फरवरी को कुश्ती प्रतियोगिता के साथ संपन्न होता है। मेले के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा देशभक्ति के ओत प्रोत कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
क्षेत्र के बुद्धिजीवी निशिकांत मेहता, जय प्रकाश शर्मा, मधुर शर्मा, रंजीता शर्मा आदि ने बताया कि यह मेला महात्मा गांधी की शहादत को याद करने के लिए मनाया जाता है। उनका कहना है कि महात्मा गांधी ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। लिहाजा उनकी याद में 1952 के बाद से यह मेला हर साल यहां मनाया जाता है। इस मेले की शान आज भी नहीं घटी है। बताया कि यह मेला उन लोगों के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण रहता है, जो अपनी आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण साथ लगते बाजारों में नहीं जा सकते। लोगों की मानें तो उत्तर भारत में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का एक मात्र मंदिर अंबोया में ही स्थित है।
मेले को जिला स्तरीय घोषित करने की मांग
अंबोया पंचायत की प्रधान सुनीता शर्मा ने बताया कि आज से  तीन दिवसीय मेला शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि अंबोया में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मंदिर उत्तर भारत में एकमात्र मंदिर हैं, जहां लंबे अरसे से मेले का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने सरकार व जिला प्रशासन से इस मेले को जिला स्तरीय घोषित करने की मांग की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *