सिरमौर जिला मे शिलाई विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले गांव आम्बो न में पहली बार 1978 में भू सखलन हुआ था उसके बाद यह हर वर्ष का सिलसिला हो गया।जिसके चलते ग्रामीण के खेत,खलियान सब नष्ट हो रहे हैं।इस वर्ष भी भारी भू सखलन के चलते कई घरों में मलबा घुस गया है, खेतों में मलबा पड़ा है।जिसके चलते लोग फिलहाल अन्य गांव में पलायन कर चुके हैं।इस गांव के ऊपर के पहाड़ों से रेत बजरी बारिश में नीचे पहुंच जाती है।इस वर्ष भी अभी हाल में हुईं भारी बारिश से बहुत मलबा आया है। यह मलबा लोगों के घरों, में घुस गया जिसके चलते लोग जान बचाने को अन्य स्थानों पर जा रहे हैं।स्थानीय लोगों ने बताया कि इस पहाड़ी पर जल स्रोत्र है।जिससे भू सखलन होता है।सारा गांव इससे भयभीत है।वो इस समस्या का स्थायी समाधान चाहते हैं अन्यथा उन्हें सरकारीकहींओर स्थान उपलब्ध कराए।
:स्थानीय ग्रामीण ने बतायाकि वर्षों से हो रहे भू सखलन से परेशान हैं,सारा गांव बरबाद हो रहा है1इस बारिश ने तो जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है।
स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि 1978 से वो लोग भू सखलन से परेशान हैं ।गांव, खेती सब बरबाद हो रहे हैं।इस वर्ष तो हालत और भी खराब हो गयी है।लोगो के घरों में मलबा घुस गया है।लोग घर छोड़कर जा रहे हैं।वो इस समस्या का स्थायी समाधान चाहते हैं या फिर उन्हें कहीं और जगह दी जाए।
स्थानीय जिसके घर मे मलबा आया है ने बताया कि घर अब रहने लायक नही रहा है।खेत खराब हो गए हैं।वो परिवार सहित रिश्तेदारों के यहाँ रह रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि यह ग्राम भू सखलन की मार सह रहा है और धीरे धीरे लोग पलायन कर रहे हैं।हाल ही में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुखु ने भी यहां का दौरा किया था और लोगों को वैज्ञानिक जांच कराने का भरोसा भी दिया है ताकि यहां इस समस्या का समाधान हो सके।लेकिन लोग अभी भी यहाँ डर के साये में जीने को मजबूर हैं और पलायन को भी मजबूर हैं।