कृषि बागवानी एक ऐसा क्षेत्र है जहां यदि किसान बागवान आधुनिक प्रणाली से कार्य करे तो जहां अच्छी आमदनी कमाई जा सकती है वहीं अन्य लोगो को भी इससे प्रेरणा दी जा सकती है। ऐसा ही एक उदाहरण है सिरमौर जिला के दूरदराज क्षेत्र पराडा का जहां पर एक युवा उन्नतशील किसान अर्जुन अत्री ने मौन पालन यानि मधु मक्खी पालन में क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उन्होंने वाल हाइव ,बॉक्स हाइव ,लॉग हाइव बनाकर सेराना मधुमक्खी को पाला है जिससे उन्हें शहद भी मिल रहा है साथ की कृषि व् बागवानी में भी इसका लाभ मिल रहा है। किसान अर्जुन अत्री ने बतायाकि मधुमक्खी पर्यावरण के लिए व् खेती व् बागवानी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मधुमक्खी सरंक्षण को लेकर उन्होंने मौन पालन आरम्भ किया है। इससे शहद के साथ साथ मोम भी मिलता है जिससे मोम आधारित उत्पाद भी बनाये जा सकते हैं।
अर्जुन अत्री ने बतायाकि उन्होंने अपने गौ शाला में वॉल हाइव बनाये हैं जिसमे आगे होल बनाये गए हैं जिससे मधुमक्खी आती जाती है और अंदर छता बना होता है जिसको खोलकर आसानी से शहद निकाला जाता है इसी तरह से बॉक्स हाइव में मधुमक्खी रखी जाती है। इसी तरह से उन्होंने अपने खेतों ,बगीचे में काफी दुरी पर लॉग हाइव , मड हाइव बनाये हैं। इस समय उनके पास 27 विभिन्न प्रकार के हाइव हैं और आने वाले समय में इन्हे अधिक बढ़ाया जायेगा। अत्री ने बतायाकि सरकार भी इस कार्य में अनेक योजनाएं लायी हैं व् प्रशिक्षण भी दिया जाता है। सभी कृषि से जुड़े लोगों को इसमें आगे आना चाहिए।
उल्लेखनीय हैकि शुद्ध शहद की मांग बाजार में हमेशा रहती है और इसके इलावा माँ आधारित उत्पाद भी इससे बनाये जा सकते हैं। ऐसे में अर्जुन ने कृषि से जुड़े लोगो के लिए एक उदाहरण पेश कियाहै।