गर्मियों के मौसम में अक्सर जल संकट पैदा होने लगता है विशेषकर सिरमौर जिला के मैदानी क्षेत्रों में कई ग्रामीण इलाकों में पेयजल समस्या खड़ी होने लगती है। ऐसे में पारम्परिक जल स्रोत्र काम आते हैं। अम्ब वाला सैन वाला पंचायत में ग्राम बोगरियों में जल संकट को देखते हुए पंचायत एवं स्थनीय लोगो के सामूहिक प्रयासों से वर्षों पुरानी जल बांवड़ी का जीर्णोद्धार किया गया है और अब जहां लोगो को सरलता से शुद्ध जल मिल रहा है वहीं जानवरों व् जंगली जानवरों को भी पानी मिल रहा है। पंचायत प्रधान संदीपक तोमर ने बतायाकि विश्व बैंक की एकीकृत योजना के तहत इस प्राचीन बांवड़ी को सुधारा गया है और लोगो को पेयजल सुविधा दो गयी है। इससे निकलने वाले पानी को अलग से पशुओं के लिए भी तैयार किया गया है।
हेमा देवी ने बतायाकि यहां कई बार पानी की समस्या हो जाती है लेकिन अब बांवड़ी होने से उनको व् उनके पशुओं को पानी उपलब्ध हो रहा है।
मीना ने बतायाकि यह बांवड़ी खस्ता हाल में थी लेकिन अब इसको अच्छा बनाया गया है और साफ जल मिल रहा है।
नीलम शर्मा ने बतायाकि नई बांवड़ी बनने से अब पेयजल की समस्या खत्म हो गयी है और सभी को इसका लाभ मिल रहा है।
पंचायत प्रधान संदीपक तोमर ने बतायाकि विश्व बैंक की एकीकृत योजना के तहत इस लगभग 70 वर्ष पूरानी बांवड़ी का जीर्णोद्धार किया गया है और इसे आधुनिक तरिके से बनाया गया है जिसमे लोगो को स्वच्छ जल का प्रबंध किया गया है तो पशुओं के लिए अलग से इंतजाम किया गया है।
उल्लेखनीय हैकि बोगरियों गांव एक छोटा सा गांव है जहां अब पेयजल समस्या का निदान किया गया है।