ग्रामीण महिलाएं बना रही इको फ्रेंडली राखियां ,सशक्त बना रही हैं अपनी आर्थि

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के उत्थान और विशेषकर ग्रामीण महिलाओं को आत्म  निर्भर बनाने के उदेशीय से राष्ट्रीय  ग्रामीण आजीविका मिशन चलाया गया है जिसमे ग्रामीण स्तर पर महिलाओं को अपने समूह बनाकर ,उन्हें प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। इसी योजना में प्रशिक्षण लेकर महिलाएं घर दुआर पर अपना रोजगार सृजन कर  रही हैं ,नाहन  विधानसभा क्षेत्र के तहत ग्राम पंचायत अम्ब  वाला सैन वाला  में महिलाएं इको फ्रेंडली राखियां बनाने के कार्य में जुटी हुई हैं। ये महिलाएं सब्जियों ,फूलों आदि के बीजो से राखी बना रही हैं ताकि राखी पर्व के बाद इन राखियों से पर्यावरण सरंक्षण भी हो सके। ये महिलाएं घर घर जाकर भी स्थानीय स्तर पर इनको विक्रय करती हैं इसके इलावा सरकारी स्तर पर भी उन्हे राखी विक्रय का मंच प्रदान किया जाता है। इन महिलाओं ने बतायाकि राष्ट्रीय  ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत वो लोग अब खुद का रोजगार स्थापित कर  रही हैं और पिछले कई वर्षों से राखी बना रही हैं जिनकी मांग भी बहुत रहती है और उनकी आमदनी भी अच्छी हो रही है ,उधर पंचायत प्रधान संदीपक तोमर  ने बतायाकि प्रधानमंत्री मोदी के अव्वाहन पर राष्ट्रीय  ग्रामीण आजीविका मिशन में ये महिलाएं स्वरोजगार से जुड़कर अपनी आर्थिकी सुधार  रही हैं व् पंचायत भी उनकी मदद कर  रही है।
संव्य सहायता समूह की सीमा  शर्मा ने बतायाकि वो त्रिलोकपुर की रहने वाली हैं और अपने समूह के साथ मिलकर राखी बना रही हैं इससे उन्हें बड़ी अच्छी आमदनी भी हो रही है।
: सुकेश ने बतायाकि वो शम्भु वाला निवासी हैं और वो लोग पाने समूह में सब्जी,अदि के बीजों से इको फ्रेंडली राखियां बना रही है। इससे पर्यावरण को भी लाभ मिलेगा और इसके उन्हें दाम  भी बेहतर मिल रहे हैं।
 बाला देवी ने बतायाकि वो लोग हर वर्ष इको फ्रेंडली राखियां बनाती  हैं जिनकी बाजार में बहुत मांग रहती हैंइससे उन्हें अच्छी आय भी हो रही है।
अनीता देवी ने बतायाकि वो अम्ब  वाला सैन  वाला की निवासी हैं और इन दिनों रक्षा बंधन को लेकर राखियां बना रही हैं। सभी समूह मि महिलाएं आपसी सहयोग से आत्म  निर्भरता की तरफ बढ़ रही हैं।
 लता देवी ने बतायाकि सभी महिलाएं इकट्ठे होकर राखी बनाने में लगी हुई हैं और इनकी बाजार में बहुत मांग रहती है।
: पंचायत प्रधान संदीपक तोमर ने बतायाकि पी  एम् मोदी के आवाहन पर राष्ट्रीय  ग्रामीण आजीविका मिशन में ये महिला समूह हर वर्ष राखियां तैयार करती है जिनकी स्थानीय बाजारों में बहुत मांग रहती है। इसके इलावा ये लोग घरो में जाकर भी राखी विक्रय करती हैं। मिशन के तहत प्रशिक्षण पाकर आज ये महिलाएं आत्मनिर्भरता को ओर  बढ़ रही हैं।
उल्लेखनीय हैकि रक्षा बंधन पर लोकल फॉर वोकल को सिद्ध करने के संदेश के साथ ये महिला समूह स्वरोजगार सृजन करने में लगी हुई है व् पंचायत का भी इन्हे पूरा सहयोग मिल रहा है।

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