जन्माष्टमी के पावन अवसर पर प्रदेश की आस्था की बड़ी प्राकृतिक झील रेणुकाजी में सेंकडों श्रद्धालुओं ने हाजिरी भरते हुए आस्था की डुबकी लगाई। इस तरह दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु तीर्थ श्री रेणुकाजी पहुंचे। वंही तीर्थ के मंदिरों में कन्हैया जन्म उत्सव1 पर पालने को झूला झुलाया, वंही फूलों से श्रद्धालुओं ने कान्हा का श्रृंगार किया।
रेणुकाजी में गुग्गा नवमी से पूर्व गुग्गा महाराज के भक्त छड़ियों के साथ झील रेणुकाजी में पहुंचे ।वंही छड़ियों के साथ झील स्नान किया।
गुग्गा भक्तों ने बताया कि जन्माष्ठमी अवसर पर सदियों से परम्परा को निभाते हुए छड़ियों का स्नान करवाया जाता है। जिसके बाद नवमी को रात्रि जागरण आयोजित होता है।