, भारतीय जनता पार्टी के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज शनिवार को हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में नवनिर्मित भाजपा कार्यालय का उद्घाटन किया और भाजपा कार्यालय देहरा की पट्टिका का लोकार्पण किया। इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री राजीव बिंदल, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, प्रदेश प्रभारी श्रीकांत शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, विधायक रीना कश्यप, सुरेश कश्यप, सुखराम चौधरी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
नड्डा ने कहा कि लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद पहली बार हिमाचल प्रदेश और नाहन आया हूं। मैं हिमाचल की चारों लोक सभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को विजयी बनाने के लिए प्रदेश की जनता को हृदय से धन्यावाद देता हूं। हिमाचल की जनता के आशीर्वाद से 60 सालों के बाद कोई प्रधानमंत्री लगातार तीसरे बार प्रधानमंत्री बने हैं तो वह आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2014 में कहा था कि पार्टी को अपने पांवों पर खड़ा करना है और आत्मनिर्भर है। भाजपा का जिला कार्यालय भी पार्टी को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इसलिए उनके मार्गदर्शन में हर जिले में भाजपा कार्यालय बन रहा है। आज सिरमौर में भाजपा कार्यालय का उद्घाटन हुआ है, जिसका नम्बर 563 वां है। अर्थात सिरमौर को लेकर देश में 563 भाजपा जिला कार्यालयों का निर्माण हो चुका है।नड्डा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के दो तरीके हैं – जब दिल्ली जाते हैं तो केंद्र से कहते हैं कि मुझे ये दे दो और प्रदेश में आकर बोलते हैं कि हमे कुछ नहीं मिला। वे हरियाणा जाकर कहते हैं कि सभी महिलाओं को 1500 रुपये देंगे और हिमाचल में महिलाओं को दिए वादों को पूरा करते नहीं। वे गोबर खरीदने की योजना लाए थे और किन्तु उसका गुड़गोबर कर दिया। इनके हाथी के दांत दिखाने के लिए और खाने के लिए कुछ और। हिमाचल में बाढ आई, तब मोदी सरकार ने 1190 करोड़ रुपये दिए लेकिन सुक्खू जी ने कभी इसका जिक्र नहीं किया। मोदी सरकार ने हजारों करोड़ रुपये प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान बनाने के लिए दिए लेकिन यहाँ मकान नहीं बने, सब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए। मोदी सरकार की योजनाओं का लाभ सिर्फ अपने लोगों को पहुंचाया न कि हिमाचल के गरीबों को दिया। कांग्रेस सत्ता लोलुपता में इस कदर अंधी हो चुकी है कि उसे हिमाचल प्रदेश की जनता की कोई फ़िक्र ही नहीं है। अब तो वह घर के टॉयलेट्स सीट गिन कर उस पर भी टैक्स लगा रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस साल 378 करोड़ रुपये बाढ़ राहत के लिए भेज दिए हैं। कभी सुक्खू जी नहीं बताएंगे। बगैर केंद्र सरकार की मदद के हिमाचल सरकार एक दिन नहीं चल सकती है। केंद्र सरकार राजस्व घाटा के लिए पैसा देती है तो सरकारी कर्मचारियों को वेतन मिलता है। केंद्र पैसे भेजती है तो हिमाचल के पेंशनधारियों को पेंशन मिलता है