बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजयदशमी यानि दशहरा पर्व आने वाला है। इस पर्व को लेकर लोगो में खासा उत्साह रहता है और विशेष रूप ने रावण ,कुम्भकर्ण ,मेघनाद आदि के पुतलों का दहन आकर्षण का केंद्र रहता है। सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में भी दशहरे को लेकर तैयारियां चली हुई हैं। यहां पर वर्षों से मुस्लिम सम्प्र्दाय के लोग ही ये पुतले बनाते हैं और साथ ही आतशबाजी भी स्थानीय मुस्लिमों द्वारा की जाती है। मुस्लिम लोग दशहरे में अपनी भागेदारी को लेकर बहुत प्रसन्न रहते हैं। इस वर्ष भी नाहन में दशहरा पर्व को लेकर पुतले बनाने का कार्य शुरू हो चूका है और मुस्लिम कारीगर रावण ,कुम्भकर्ण आदि के पुतले बनाने में व्यस्त हैं। इन मुस्लिम कारीगरों ने बतायाकि वो परम्परा निभाते आ रहे हैं पिछले कटी वर्षों से वो पुतले बना रहे हैं यह कार्य उन्हें बहुत अच्छा लगता है। उधर नगर परिषद के सफाई निरीक्षक सुलेमान ने बतायाकि दशहरा पर्व को लेकर पुतले आदि बनाये जा रहे हैं जिन्हे बाद में ऐतिहासिक चौगान में ले जाया जायेगा।
कारीगर सद्दाम ने बतायाकि दशहरा पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है जिसमे उनकी भी भागेदारी रहती है। पिछले कटी वर्षों से वो लोग नाहन में रावण आदि के पुतले बनाते हैं और उन्हें यहां काम करना अच्छा लगता है।
कारीगर नौशाद ने बतायाकि यह उनका पारम्परिक कार्य है और दशहरा बुराई पर जीत का पर्व है। उन्हें यह काम करना बहुत पसंद है और हर वर्ष वो लोग यहां पर ये पुतले आदि बनाते हैं। और उम्मीद हैकि आगे भी वो लोग ये काम करते रहेंगे।
मगर परिषद के निरीक्षक सुलेमान खान ने बतायाकि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दशरे को लेकर व्यापक प्रबंध किये गए हैं। इन दिनों रावण आदि के पुतले बनाये जा रहे हैं। नाहन का दशहरा खास होता है क्योंकि यहां स्थानीय आतिशबाज अपनी प्रतिभा दिखाते हैं। इस वर्ष रावण 40 फीट। जबकि कुम्भकर्ण ,मेघनाद 35 फीट ऊंचाई के होंगे।
उल्लेखनीय हैकि नाहन के ऐतिहासिक चौगान में हर वर्ष दशहरा पर्व मनाया जाता है जिसमे सभी वर्गों के लोग भाग लेते हैं।