*प्राकृतिक सौन्दर्यता का खजाना धारों की धार गत्ताधार

जिस प्रदेश को देव भूमि के साथ पर्यटन का प्रदेश भी कहा जाता है,उस हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सरकारों ने भी दशकों से प्रयास किए हैं, जिनके बदोलत पर्यटन के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश की पहचान देश दुनिया में विकसित हुई है, हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों एवं क्षेत्रों में अनेकों रमणीक स्थल एवं पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए  हिमाचल प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता एवं बर्फ से ढकी पहाड़ियां मानों चार चांद लगा रही हो, इसी परिप्रेक्ष्य में आज हम जिला सिरमौर के रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र का (गताधार) एक ऐसा प्रसिद्ध एवं रमणीक स्थल जो अपनी प्राकृतिक सुन्दरता के लिए प्रसिद्ध माना जाता है,जिस क्षेत्र में देवदार के घने जंगल एवं बर्फ से ढकी पहाड़ियां मानों अपनी सुन्दरता विखेर रहीं हों, तो वहीं वातानुकूलित मौसम पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा हो, आजकल की भागदौड़ की दौड़ में अगर आप सच्चा सुकून प्राप्त करना चाहते हो तो कभी आईए एक बार देखकर यहां की सुन्दरता मुझे लगता है आप आएंगे बार बार,घने देवदार के वृक्ष से घिरी हुई यह धार आपके मन को खुशी से भर देगी अपरम्पार,इस क्षेत्र में वर्तमान में सड़क सुविधा भी उपलब्ध हैं जहां वाहनों का आवागमन रहता है, तो वहीं स्थानीय क्षेत्र के बुद्धिजीवियों युवाओं  एवं क्षेत्र के लोगों द्वारा इस क्षेत्र को पर्यटन के क्षेत्र विकसित करने के लिए ठहरने की उचित व्यवस्था भी कर रहे हैं, ताकि पर्यटकों को कोई असुविधा न हो, जानकारी अनुसार इस क्षेत्र में एक प्रसिद्ध शिरगुल महाराज का प्राचीन मंदिर भी विराजमान हैं,जिस मन्दिर की मान्यता क्षेत्र में बहुत अधिक मानी जाती है, कहां जाता है कि इस मंदिर में पूजा करने के समय ख़ुद ही वाद्ययंत्र बजने शुरू होते थे, और एक जगह पर इतनी गहरी गुफा मानीं जातीं हैं जहां कुछ भी वस्तु रखने से मानों अजीबोगरीब आवाज़ एवं पाताल लोक तक कि ध्वनि सुनने का आभास होता था,इस प्रकार धारों की धार गत्ताधार एक ऐसा ख़ास क्षेत्र माना जाता है जहां पर्यटन के क्षेत्र में सरकार एवं सम्बन्धित विभाग प्रयास करती है तो निसंदेह यह क्षेत्र भविष्य में अपनी अलग पहचान देश दुनिया में विकसित कर सकता है, तो वहीं इस लेखन के माध्यम से हिमाचल प्रदेश सरकार को कोशिश करनी चाहिए कि पर्यटन विभाग के आलाधिकारी ऐसे ख़ास क्षेत्र का दौरा करें और अपनी राय सरकार तक पहुंचाने का प्रयास करें ताकि भविष्य में प्रदेश सरकार इस क्षेत्र को पर्यटन के क्षेत्र विकसित करने के लिए सकारात्मक कदम उठाए, तो वहीं हम सभी ऐसे ख़ास क्षेत्र की  प्राकृतिक सुंदरता की जानकारी मिडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से पहुंचाने का प्रयास करते रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों तक इस प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकें, जिला सिरमौर प्राकृतिक सुन्दरता एवं धार्मिक स्थलों के लिए देशभर में प्रसिद्ध माना जाता है, जहां धारों की धार गत्ताधार जैसे क्षेत्रों को विकसित करने से स्थानीय लोगों को रोजगार एवं क्षेत्र की पहचान देश-भर में स्थापित हो सकती है, तो वहीं अगर सरकार इस और विशेष ध्यान आकर्षित करती है तो सरकार के खजाने को भी पर्यटन की द्रष्टि से आर्थिक सहायता मिल सकती है।इस क्षेत्र के लोग बहुत ही मेहनती एवं सौम्य स्वभाव के मानें जाते हैं, जो अपनी सादगी एवं कडी मेहनत के लिए जाने जाते हैं, तो वहीं दूसरी ओर इस क्षेत्र के बुद्धिजीवियों एवं जागरूक युवाओं ने हाल ही में जिला सिरमौर ही नहीं प्रदेशभर में शायद पहली ऐसी पहल की शुरुआत की है जिसकी प्रदेशभर में भूरी भूरी प्रशंशा और सहयोग मिल रहा है, इसी गताधार क्षेत्र के लोगों द्वारा इसी नवम्बर माह मे के अन्त में एक ऐसा ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित करवाया जा रहा है जिसमें जिला सिरमौर के विभिन्न क्षेत्रों में जिन्होंने अपनी काबिलियत और हुनर का लोहा देश दुनिया में मनवाया है,उन सैकड़ों महान हस्तियों को सम्मानित करने का फैसला लिया गया है, जिसमें अभी तक लगभग 111 ख़ास व्यक्तित्व की सूची फाईनल की गई है, इसी सम्मान समारोह के परिप्रेक्ष्य में इस गताधार क्षेत्र को पर्यटन की द्रष्टि से विकसित करने का भी प्रयास किया जाएगा,जिसकी रूपरेखा इसी गांव के प्रसिद्ध समाजसेवी एवं चिन्तक डॉ बलवीर शर्मा जी ने मिडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से साझा करने का प्रयास किया है, और उम्मीद करते हैं कि यह कार्यक्रम निसंदेह क्षेत्र के लिए भविष्य में मील का पत्थर साबित हो सकता है अगर इस और सरकार, प्रशासन और स्थानीय जनता अपना भरपूर सहयोग प्रदान करतीं हैं तो, इसलिए आज हम सभी युवाओं एवं समाज का भी नैतिक कर्तव्य बनता है कि हम ऐसे आयोजनों के लिए किसी ना किसी रूप से अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने एवं सफल बनाने में योगदान करते रहे, ताकि भविष्य में जिला सिरमौर के हरेक प्राकृतिक सुंदरता से भरें क्षेत्र को पर्यटन के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जाएं, और समय-समय पर हम प्रदेश सरकार एवं सम्बन्धित विभाग को जानकारी साझा करने का प्रयास करें। इसी परिप्रेक्ष्य में स्थानीय विधायक एवं विधानसभा उपाध्यक्ष श्री विनय कुमार से भी निवेदन एवं आग्रह रहेगा कि वह भी अपने विधानसभा क्षेत्र के इस क्षेत्र को पर्यटन के रूप में विकसित करने में सरकार से निवेदन एवं अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का प्रयास करें तो वहीं जिला सिरमौर से ही सम्बंधित उधोग एवं संसदीय कार्य मंत्री हिमाचल प्रदेश ठाकुर हर्षवर्धन चौहान से भी निवेदन रहेगा कि वह भी इस क्षेत्र को पर्यटन के रूप में विकसित करने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने एवं माननीय मुख्यमंत्री से विकसित करने का प्रयास करें ताकि भविष्य में इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर एवं गताधार की पहचान एक पर्यटन के रूप में विकसित हो सकें, ऐसी उम्मीद एवं विश्वास करते हैं।
*स्वतन्त्र लेखक-हेमराज राणा सिरमौर*

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